[ad_1]
Rishra:
दार्जिलिंग से हुगली जिले के हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा करने पहुंचे पश्चिम बंगाल के राज्यपाल डॉ सी वी आनंद बोस ने मंगलवार को कहा कि गुंडों को कानून हाथ में लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि केंद्र और राज्य सरकार भीड़तंत्र को जड़ से खत्म करने के लिए मिलकर काम करेंगी और कानून प्रवर्तन एजेंसियों की ओर से ”ठोस कार्रवाई” की जाएगी।
बोस ने कहा, “हम कभी गुंडों को कानून अपने हाथ में नहीं लेने देंगे। केंद्र, राज्य, राजनीतिक दल, मीडिया और लोग भीड़तंत्र को जड़ से खत्म करने के लिए हाथ मिलाएंगे।”
उन्होंने स्थिति का जायजा लेने के लिए जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और स्थानीय लोगों से भी बात की।
दार्जिलिंग से आने के बाद कोलकाता हवाई अड्डे से सीधे हुगली जिले के रिशरा पहुंचे, श्री बोस रेलवे गेट नंबर 4 पर गए, जहां सोमवार रात हिंसा और आगजनी की घटनाएं हुईं।
रिशरा में रविवार शाम को रामनवमी के जुलूस के दौरान झड़प की सूचना मिली थी, जिसमें भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष और पार्टी के पुरसुराह विधायक बिमन घोष मौजूद थे। विधायक घायल हो गए और अस्पताल में भर्ती हैं।
पास के सेरामपुर के कुछ हिस्सों में भी तोड़फोड़ की घटनाएं देखी गईं, जिसके बाद निषेधाज्ञा लागू कर दी गई और इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गईं।
श्री बोस जी20 बैठक के लिए राज्य के उत्तरी भाग में पहाड़ी शहर गए थे।
(यह कहानी NDTV के कर्मचारियों द्वारा संपादित नहीं की गई है और एक सिंडिकेट फीड से स्वतः उत्पन्न हुई है।)
[ad_2]