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लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक (एलएसई) ने कहा है कि वह हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा हस्तक्षेप की मांग करते हुए विश्वविद्यालय को एक पत्र लिखे जाने के बाद एक भारतीय छात्र के साथ भेदभाव के आरोपों की जांच कर रहा है।
हरियाणा के एक स्नातकोत्तर कानून के छात्र करण कटारिया ने दावा किया था कि उनकी भारतीय और हिंदू पहचान को लक्षित करने वाले एक बदनाम अभियान के बाद उन्हें छात्र संघ चुनाव लड़ने से अयोग्य घोषित कर दिया गया था।
श्री खट्टर के 5 अप्रैल के पत्र में आरोपों पर अपनी चिंता व्यक्त करते हुए एलएसई के अध्यक्ष और वाइस चांसलर-चुनाव (अंतरिम) एरिक न्यूमेयर ने तुरंत जवाब दिया।
छात्र ने कल मुख्यमंत्री को टैग करते हुए ट्वीट किया, “इस हस्तक्षेप के लिए धन्यवाद एमएल खट्टर जी। मैं एक गौरवान्वित भारतीय हूं और आपका समर्थन मेरे और मेरे परिवार के लिए बहुत मायने रखता है।”
एलएसई अध्यक्ष ने श्री खट्टर के जवाब में कहा, धमकाना, भेदभाव और उत्पीड़न पूरी तरह से अस्वीकार्य है। पत्र में कहा गया है, “हम उन रिपोर्टों से अवगत हैं जो आपने अपने पत्र में उठाई हैं और हम उनकी जांच कर रहे हैं।”
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