![Khalistan Zindabad Slogans Raised At Gurdwara Sikh Center In Germany Khalistan Zindabad Slogans Raised At Gurdwara Sikh Center In Germany](https://epratapgarh.com/wp-content/uploads/2023/05/QT-khalistan.jpeg)
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फोटो लगाने के दौरान कार्यक्रम हुआ और खालिस्तान के समर्थन में नारेबाजी भी की गई।
![Khalistan Zindabad Slogans Raised At Gurdwara Sikh Center In Germany](https://static.india.com/wp-content/uploads/2023/05/QT-khalistan.jpeg)
नयी दिल्ली: खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए गए और मारे गए आतंकवादी संगठन खालिस्तान कमांडो फोर्स (केसीएफ) के प्रमुख परमजीत सिंह पंजवार, भारत द्वारा घोषित आतंकवादी और पाकिस्तान में मारे गए, की तस्वीर जर्मनी के फ्रैंकफर्ट में गुरुद्वारा सिख सेंटर में प्रदर्शित की गई है। इतना ही नहीं फोटो लगाने के दौरान एक कार्यक्रम हुआ और खालिस्तान के समर्थन में नारेबाजी भी की गई. साथ ही खालिस्तान का झंडा भी फहराया।
जर्मनी का ये वही गुरुद्वारा है, जहां न सिर्फ पंजवार बल्कि उन सभी आतंकियों की तस्वीरें भी हैं, जो आतंकवाद विरोधी ऑपरेशन और ऑपरेशन ब्लू स्टार में मारे गए थे. इस गुरुद्वारे में ऑपरेशन ब्लू स्टार के बाद मारे गए आतंकवादियों की तस्वीरें भी प्रदर्शित की गई हैं। अब इन तस्वीरों में खालिस्तान कमांडो फोर्स (केसीएफ) चीफ पंजवार की तस्वीर भी लगाई गई है।
PARAMJIT SINGH PANJWAR WAS KILLED IN PAKISTAN
आतंकवादी संगठन खालिस्तान कमांडो फोर्स (केसीएफ) के प्रमुख परमजीत सिंह पंजवाड़ की 6 मई को लाहौर में अज्ञात बंदूकधारियों द्वारा हत्या कर दी गई थी, जब वह अपने आवास के पास सुबह की सैर के लिए निकले थे।
पंजवार खालिस्तान कमांडो फोर्स-पंजवार समूह का नेतृत्व कर रहा था और जुलाई 2020 में गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत भारत द्वारा आतंकवादी के रूप में नामित किया गया था। उसने 1990 से पाकिस्तान में शरण ली थी और वहां मलिक सरदार सिंह के नाम से रह रहा था।
केंद्र की आतंकियों की सूची में पंजवार का नाम
परमजीत सिंह पंजवाड़ का जन्म 21 अप्रैल 1960 को पंजाब में तरनतारन जिले के पंजवार गांव में रहने वाले कश्मीर सिंह के घर में हुआ था। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने साल 2020 में नौ आतंकियों की सूची जारी की थी, जिसमें परमजीत सिंह पंजवाड़ का नाम 8वें नंबर पर था। इस लिस्ट में उनके अलावा बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) के प्रमुख वाधवा सिंह बब्बर का नाम भी था, जिन्होंने तरनतारन के ही दसूवाल गांव के रहने वाले हैं।
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